घटक पदार्थ और उतकी मात्रा
- बीज निकालकर सुखाई हरड़ : 100 ग्राम
- बीज निकालकर सुखाया बहेड़ा : 200 ग्राम
- बीज रहित सूखा आंवला : 300 ग्राम
- गोमूत्र क्षार : 600 मिलीलीटर
बनाने की विधि
- एक चीनीमिट्टी के अथवा अच्छी गुणवत्ता के प्लास्टिक के बर्तन में 100 मिलीलीटर गौमूत्र क्षार में बीज निकालकर सुखाई हरड 100 ग्राम भिगा दें ।
- आठवें दिन दूसरे पात्र में 200 मिलीलीटर गोमूत्र क्षार में बीज निकालकर सुखाया बहेड़ा 200 ग्राम भिगा दें ।
- 15 वें दिन तीसरे पात्र में 300 मिलीलीटर गौमूत्र क्षार में 300 ग्राम बीजरहित सूखा आंवला भिगा दें ।
- 22 वें दिन हरड़, बहेड़ा और आंवला क्रमशः 21, 14, 7 दिन गोमूत्र क्षार में भीग जाने पर तीनों बर्तन धूप में रखकर हरड़, बहेड़ा और आंवला पुर्णतः सुखा लें ।
- इसके पश्चात सबका अलग-अलग कपड़ाछान चूर्ण बना लें ।
- इस पूरी प्रक्रिया के अंत में हरड़, बहेड़ा और आंवला के चूर्ण भार, शोषित गोमूत्र क्षार की मात्रा के अनुपात में कुछ न्यूनाधिक हो जाता है । अतः बनाए हुए सभी चूर्णों को पुनः तौल लें । तत्पश्चात 1 भाग हरड चूर्ण, 2 भाग बहेड़ा और 3 भाग आंवला चूर्ण लेकर, डिब्बे में डाल कर एक जीव होने तक मिला लें ।
- यह चूर्ण कांच की बरनी में भरकर रख दें ।