घटक पदार्थ और उनकी मात्रा
- उपलों का कोयला : 1 किलोग्राम
- छाछ : 100 मिलीलीटर
- चंद्रमा अर्क : 100 मिलीलीटर
- घी : 100 मिलीलीटर
- दूध : 100 मिलीलीटर
- सेंधा नमक : 50 ग्राम
- काला नमक : 50 ग्राम
- लौंग चूर्ण :10 ग्राम
- (अपामार्ग) नामक वनस्पति के मूल का चूर्ण : 10 ग्राम
- अमृतधारा : 10 मिलीलीटर
बनाने की विधि
- उपर्युक्त सभी चूर्ण कपड़े से छान लें ।
- उपले के कोयले को हाथ से रगड़कर कपड़ा छान चूर्ण बना लें । यह चूर्ण 1 किलोग्राम लें ।
- इसमें उपर्युक्त सभी घटक पदार्थ (अमृतधारा छोड़कर) एक-एक कर ठीक से मिला दें । मिलाते समय गांठ न बने, इसका ध्यान रखें ।
- यह मिश्रण पुनः अच्छे से धूप में सुखा कर हाथ से बारिक कर लें ।
- इसके पश्चात मिश्रण में अमृतधारा डालकर भली-भांति मिलाएं और तुरंत डिब्बियों में भर दें । अमृतधारा मिला हुआ मिश्रण बहुत समय तक खुला नहीं रखना चाहिए, नहीं तो वह वाष्प बनकर उड़ जाता है ।