मित्रों जैसाकी आप जानते हैकी गव्यशालाके द्वारा गुरु ओर गौ की कृपा से आरंभ किए गए पंचगव्य चिकित्सा एवम् उत्पाद निर्माण शिविर का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है | हमारे यहाँ 2 प्रकारके शिविर सफलतापूर्वक चलाए जा रहे है, एक है 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर जिसमें हम 10 प्रकारके पंचगव्य उत्पादोंका निर्माण सीखा रहे है ओर दूसरा मास्टर डिप्लोमा इन पंचगव्य (भारत सरकार से मान्यता प्राप्त) प्रशिक्षण |
जाने- क्यो करें पंचगव्य डिप्लोमा ?
हमारे द्वारा चलाए गए दोनो ही शिविरोंको उत्तम प्रतिसाद मिल रहा है परंतु पिछले कुछ समयसे छात्रोंकी माँग थीकी 3 दिवसीय शिविरमे समय कम होनेके कारण अन्य महत्वपूर्ण विषय समायोजित नही होपा रहे है जिनका पंचगव्य उत्पाद ओर चिकित्सासे महत्वपूर्ण संबंध है | इसी कारण हमने 3 दिवसीय शिविरको 5 दिवसीय करनेका निर्णय किया है |
आइए जाने 3 दिवसीय ओर 5 दिवसीय शिविर के कुछ महत्वपूर्ण अंतर
क्रमांक | 3 दिवसीय शिविर | 5 दिवसीय शिविर |
1) | इस शिविर में हम केवल 10 उत्पादों का निर्माण ही सीखा पाते थे | इसमें 10 उत्पादों के साथ-साथ 35 प्रकार की अन्य औषधियों का निर्माण भी सिखाया जाएगा |
2) | इस शिविर मे हमे गाय ओर उसकी उर्जा पर चर्चा करने का समय नही मिलता | इसमें यह समावेशित किया गया है |
3) | गाय का अर्थशास्त्र नही आता | | इसमें गाय का अर्थशास्त्र समायोजित है | |
4) | गाय के अध्यमिक पक्ष पर चर्चा नही कर पाते | इसमें यह समावेशित किया गया है |
5) | इसमें औषध निर्माण से संबंधित नियम नही आते| | इसमें यह समावेशित किया गया है |
6) | पंचगव्यो का रखरखाव, जलीय ओर क्षारीय अंश की व्याख्या नही आती | | इसमें यह समावेशित किया गया है |
7) | पंचगव्य, पंचतत्व एवम् त्रिदोष संबंध नही पढ़ाया जाता | | इसमें यह समावेशित किया गया है |
8) | वात, पित्त ओर कफ के रोगों का वर्गीकृत साहित्य नही दिया जाता जो की अति महत्वपूर्ण है | | इसमें यह भी उपलब्ध करवाया जाएगा |
9) | मानव जीवनके 3 सुरक्षा चक्र समायोजित नही है | | इसमें यह समावेशित किया गया है |
10) | मनुष्य ओर गौमाता की चिकित्सा नही बताई जाती | | इसमें यह समावेशित किया गया है |
प्रसन्नता का विषय यह है की अगले शिविर की दिनांक 10 नवंबर 2017 निर्धारित कर दी गई है, जिसकी सेवा राशि रुपये 5100 है | जो भी मित्र शिविर मे आना चाहते है वे इस लिंक 5 दिवसीय शिविर नामांकन फॉर्म पर जाकर फॉर्म भर सकते है एवम् फॉर्म भरने के पश्चात 2100 बैंक अकाउंट मे ट्रांसफर करवाकर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है | बैंक संबंधी जानकारी के लिए क्रमांक 9928087811 पर सीधा फोन या व्हाट्सएप्प के माध्यम से जानकारी ले सकते है |
इतने अंतर पढ़ने के पश्चात भी किसी भाई को दोनो शिविरों में कोई संशय हो तो अंत मे दिए गए क्रमांक पर संपर्क कर सकता है |
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें-
गव्यशाला
दूरभाष- 9928087811
व्हाट्सएप्प- 9928087811
रामानंदाचार्य पंचगव्य गुरुकुल
जिला-जयपुर, राजस्थान
www.gavyashala.com
info@gavyashala.com
मनीष भाई एक गौसेवक है | आपका एक ही लक्ष्य है, गौ सेवा के माध्यम से मानव सेवा… गौमाता के संरक्षण के लिए आपके कई प्रकल्प (जैसे- मेरी माँ) जयपुर में चल रहे है ओर अब ये स्वयं पंचगव्य चिकित्सा प्रशिक्षण देते है |