घटक पदार्थ और उनकी मात्रा
- तिल का तेल : एक लीटर
- ताजा भ्रंगराज : 100 ग्राम
- नए पहाड़ी आंवले : 50 ग्राम
- ब्राह्मी : 25 ग्राम
- नागरमोथा : 10 ग्राम
- गोमूत्र : 100 मिलीलीटर
बनाने की विधि
- लोहे की कडाही में तिल का तेल चूल्हे पर तपाएं ।
- भ्रंगराज, आंवला, ब्रह्मी और नागरमोथा खलबत्ते में अलग-अलग कूट कर एक-एक कर तेल में डालते रहें ।
- अंत में उसने गोमूत्र छोड़कर मन्द आंच पर उबालें ।
- तेल से पानी का अंश पूर्णतः निकल जाने पर कडाही को चूल्हे से उतार दें ।
- तेल जब तप्त रहे, तभी स्टील की छन्नी से छान लें ।
- तेल ठंडा होने पर बोतल में भर कर रख दें।