इस विषय ने राष्ट्र को अंदर तक झकझोर दिया है | इस दुर्दशा को देखते हुए गव्यशाला अनेक प्रयास किए, जिसमे एक महत्वपूर्ण प्रयास था गव्यशाला पंचगव्य गुरुकुल की स्थापना | गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त करने सैकड़ों छात्र फ़ौजी, सरकारी सेवक, युवा, विदेशी, महिलाएं इत्यादि आने लगे एवम् अनेक छात्रों ने सफलता प्राप्त की |
परंतु अनेको-अनेक लोगो की एक समस्या थी… प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए हमारे पास वहाँ आने का समय नही है | यह प्रशिक्षण प्राप्त कर हम स्वरोज़गार तो आरंभ करना चाहते है, पर समय नही दे सकते | यही कारण है की लाखो युवा चाहकर भी पंचगव्य प्रशिक्षण नही सीख पा रहे है |[/text_block]
इस कोर्स में आप उत्पाद के साथ ही सीखेंगे, गौमाता का संपूर्ण विज्ञान, नियम, उपयोग, मात्रा एवम् प्रचार के तरीके | तो आइए आज ही गौसेवा कर आर्थिक स्वावलंबन की ओर अपने कदम बढ़ाएँ[/text_block]
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